Breaking News
  • राजधानी के प्रेमनगर क्षेत्र में विवाहित महिलाओं पर परिवार की बर्बरता पर महिला आयोग अध्यक्ष सख्त, एसएसपी को दिए कड़ी कार्रवाई के निर्देश
  • प्रदेश में पोलिंग पार्टियों के लौटने के बाद जारी हुआ नया मतदान प्रतिशत
  • वनाग्नि की रोकथाम के लिए मुख्यमंत्री ने मुख्य सचिव को तत्काल समुचित कदम उठाने के दिये निर्देश
  • केदारनाथ धाम में घोड़े-खच्चरों के रात्रि विश्राम पर लगाया प्रतिबंध, नियमों की अनदेखी पर होगी कार्रवाई
  • एम्स के दीक्षांत समारोह में पहुंचीं राष्ट्रपति द्राैपदी मुर्मू, टॉपर छात्र-छात्रों को देंगी मेडल

मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने प्रदेशवासियों को दी ईगास/बूढ़ी दीवाली की शुभकामनाएं

देहरादून, न्यूज़ आई : मुख्यमंत्री श्री पुष्कर सिंह धामी ने उत्तराखंड की लोक संस्कृति के प्रमुख पर्व ईगास/बूढ़ी दिवाली की प्रदेशवासियों को शुभकामनाएं दी है । उन्होंने कहा ईगास उत्तराखंड के पर्वतीय अंचलों का प्रमुख लोक पर्व है, जो हमारी पौराणिक कथाओं, आस्थाओं, पशुधन के प्रति सम्मान और कृषि तथा ऋतु आधारित एक महत्वपूर्ण पर्व है। यह हमें जीवन में प्रेम, उल्लास और उमंग का संदेश देता है। हमारे महान देवतुल्य पूर्वजों द्वारा प्रारंभ परंपराएं आज वैज्ञानिक युग में भी तार्किक संदेश देती है कि मनुष्य जीवन का आस्था और प्रकृति के साथ किस तरह का अटूट संबंध होना चाहिए।

मुख्यमंत्री ने कहा कि आज पूरे प्रदेश में और देश विदेश में जहां-जहां उत्तराखंडी निवास करते हैं, वे बड़े उल्लास के साथ ईगास/बूढ़ी दिवाली का आयोजन करते हैं। इन्वेस्टर समिट से जुड़े कार्यक्रम हेतु हाल ही में विदेश यात्राओं में मुझे जो भी प्रवासी उत्तराखंडी लंदन, सिंगापुर, दुबई में मिले उन्होंने बताया कि वह बड़े उल्लास से विदेश में भी इस लोक पर्व दीपावली की तरह ही मनाते हैं। प्रवासियों ने राज्य सरकार का आभार प्रकट किया कि सरकार द्वारा इसे राजकीय अवकाश घोषित किया गया है।

मुख्यमंत्री ने कहा उत्तराखंड की जनता ने अपनी संस्कृति और अस्मिता के लिए पृथक राज्य की लंबी लड़ाई लड़ी ताकि हमारा प्रदेश अपनी भौगोलिक विशिष्ठाओं के अनुरूप नीति और नियोजन कर सके और साथ ही अपनी सभ्यता संस्कृति का भी संरक्षण कर सके।

मुख्यमंत्री ने कहा कि पूर्व निर्धारित कार्यक्रम के अनुरूप उनके सरकारी आवास पर ईगास/बुढ़ दिवाली पर्व का आयोजन किया गया है किंतु राज्य के मुख्य सेवक होने के नाते इस समय मेरी चिंता सुरंग में फंसे हुए उन श्रमिक भाइयों को लेकर है, जिनके लिए केंद्र सरकार और राज्य सरकार के विश्व स्तरीय तकनीकी के प्रयास चल रहे हैं और बहुत जल्द हम इस ऑपरेशन को पूरा करने में सफल होंगे।