शारीरिक, मानसिक, आध्यात्मिक, धार्मिक और सांस्कृतिक चेतना का संयोजन है योग- धामी
देहरादून, न्यूज़ आई : 9वें अंतरराष्ट्रीय योग दिवस के अवसर पर जागेश्वर में आयोजित हुए राज्य स्तरीय योग कार्यक्रम में मुख्यमंत्री श्री पुष्कर सिंह धामी ने प्रतिभाग कर सामूहिक योग कार्यक्रम में हिस्सा लिया। योग प्रशिक्षक डॉ मंजू उपाध्याय ने सभी योग साधकों को योग के विभिन्न आसन कराए। इस दौरान मुख्यमंत्री श्री पुष्कर सिंह धामी ने समस्त प्रदेशवासियों को अंतरराष्ट्रीय योग दिवस की शुभकामनाएं दी। इस दौरान उन्होंने कहा कि आदिकाल से ऋषि-मुनियों और आम जनमानस की आस्था का केंद्र रहा जागेश्वर धाम, देवभूमि की आध्यात्मिक यात्रा का सबसे अहम पड़ाव है। इस भूमि में ऐसी शक्ति है जो सदियों से जन-जन में एक नई ऊर्जा का संचार कर रही है। उन्होंने कहा कि आज मुझे बाबा जागेश्वर के चरणों में शीश नवाने का सुअवसर प्राप्त हुआ यह मेरे लिए सौभाग्य की बात है। उन्होंने कहा कि हमारे लिए योग पूजा-पाठ नहीं बल्कि ज्ञान रूपी प्राचीन धरोहर है। कहा कि योग शारीरिक, मानसिक, आध्यात्मिक, धार्मिक और सांस्कृतिक इन पांचों क्षेत्रों का समुच्चय है। उन्होंने कहा कि योग से जहां एक ओर बीमारियों पर नियंत्रण होता है, वहीं दूसरी ओर उनका समन भी होता है। उन्होंने कहा कि योग जीरो बजट हेल्थ इंश्योरेंस है।
मुख्यमंत्री श्री पुष्कर सिंह धामी ने कहा कि आज प्रधानमंत्री और महान योग साधक श्री नरेंद्र मोदी जी के नेतृत्व में पूरी दुनिया में योग पहुंचा है यह भारत और भारतीयों के लिए गौरव की बात है। उन्होंने कहा कि आज प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में हमारे मंदिरों, तीर्थ स्थानों और प्राचीन सनातन संस्कृति को बढ़ावा दिया जा रहा है। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी के मार्गदर्शन पर चलकर प्रदेश सरकार भी उत्तराखंड में धार्मिक स्थलों के पुनर्निर्माण और हमारी सांस्कृतिक विशिष्टता को बचाने के लिए कृतसंकल्पित है। कहा कि इस दिशा में हम गढ़वाल के केदारखंड की भांति ही कुमाऊं में “मानसखंड कॉरिडोर“ बनाने की दिशा में आगे बढ़ रहे हैं, जिसके अंर्तगत कुमाऊं क्षेत्र के लगभग सभी प्राचीन मंदिरों का विकास किया जाएगा।
मुख्यमंत्री ने कहा कि अंत्योदय परिवारों को तीन गैस सिलेंडर देने हों, प्रदेश की महिलाओं के लिये 30 प्रतिशत के क्षैतिज आरक्षण की व्यवस्था को लागू करना हो, समान नागरिक संहिता का मसौदा तैयार करना हो, जबरन धर्मांतरण पर रोक के लिये कानून बनाना हो, नई शिक्षा नीति को लागू करना हो, नई खेल नीति बनानी हो, सख्त नकल विरोधी कानून लागू करना हो, राज्य आंदोलनकारियों व उनके आश्रितों को सरकारी नौकरियों में 10 प्रतिशत का क्षैतिज आरक्षण देना हो या फिर भूमि अतिक्रमण के खिलाफ निर्णायक कार्यवाही के साथ ही छात्रवृत्ति को लेकर लिया गया निर्णय हो, इन सभी में सरकार ने अपना स्पष्ट रुख दिखाया है। मुख्यमंत्री ने कहा कि हमने इन सभी कठिन परंतु राज्य के लिए आवश्यक कार्यों को बहुत ही कम समय में करके दिखाया है। उन्होंने कहा कि हमारे लिए प्रदेश और प्रदेश के हित सर्वाेपरि हैं।
इस दौरान मुख्यमंत्री श्री पुष्कर सिंह धामी ने 3381.96 लाख रुपए की विभिन्न योजनाओं का शिलान्यास एवं 2077.96 लाख रुपए की योजनाओं का लोकार्पण भी किया।