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प्रधानमंत्री ने देवभूमि उत्तराखंड को दी वंदे भारत एक्सप्रेस की सौगात

देहरादून, न्यूज़ आई : प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी ने गुरूवार को देवभूमि उत्तराखण्ड को देहरादून-दिल्ली (आनंद विहार टर्मिनल) वंदे भारत एक्सप्रेस की नई सौगात दी। प्रधानमंत्री ने वर्चुअल माध्यम से हरी झंडी दिखाकर देहरादून-दिल्ली वंदे भारत एक्सप्रेस का शुभारंभ किया। इस अवसर पर उन्होंने उत्तराखण्ड के समस्त रेल मार्गों के लिए विद्युतीकरण की सौगात भी दी।  देहरादून-दिल्ली वंदे भारत एक्सप्रेस के शुभारंभ अवसर पर देहरादून रेलवे स्टेशन पर राज्यपाल लेफ्टिनेंट जनरल गुरमीत सिंह (से.नि), मुख्यमंत्री श्री पुष्कर सिंह धामी, केन्द्रीय रेल मंत्री श्री अश्विनी वैष्णव, केन्द्रीय रक्षा और पर्यटन राज्य मंत्री श्री अजय भट्ट, मंत्रीगण, सांसदगण एवं विधायकगण उपस्थित थे।
प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी ने कहा कि दिल्ली और देहरादून के बीच चलने वाली ये ट्रेन देश की राजधानी को देवभूमि से और तेज गति से जोड़ेगी। इसकी सुविधाएं सफर को आनंददायक बनाने वाली हैं। प्रधानमंत्री ने कहा कि जब वे बाबा केदार के दर्शन करने गये थे, तो दर्शन के बाद अनायास ही उनके मुख से पंक्तियां निकली थी कि ये दशक उत्तराखंड का दशक होगा। उत्तराखंड आज जिस तरह से कानून व्यवस्था को सर्वाेपरि रखते हुए विकास के अभियान को आगे बढ़ा रहा है, वो बहुत सराहनीय है। यह इस देवभूमि की पहचान को संरक्षित करने के लिए भी अहम है। उन्होंने कहा कि उत्तराखण्ड की देवभूमि आने वाले समय में पूरे विश्व की आध्यात्मिक चेतना के आकर्षण का केंद्र बनेगी। हमें इस सामर्थ्य के अनुरूप भी उत्तराखंड का विकास करना होगा।
उत्तराखण्ड में चारधाम यात्रा पर आने वाले तीर्थयात्रियों की संख्या हर वर्ष पुराने सारे रिकॉर्ड तोड़ देती है। अभी बाबा केदार के दर्शनों के लिए कितने श्रद्धालु उमड़ रहे हैं, ये हम सब देख रहे हैं। हरिद्वार में होने वाले कुंभ और अर्धकुंभ में दुनियाभर से करोड़ों श्रद्धालु आते हैं। हर वर्ष जो कांवड़ यात्रा होती है, उसमें भी लाखों-करोड़ों लोग उत्तराखण्ड पहुंचते हैं। देश में ऐसे राज्य कम ही हैं, जहां इतनी बड़ी संख्या में श्रद्धालु आते हैं। श्रद्धालुओं की ये संख्या उपहार भी है और इतनी बड़ी संख्या को संभाल पाना, एक भगीरथ कार्य भी है। इस भगीरथ कार्य को आसान बनाने के लिए ही डबल इंजन की सरकार, डबल शक्ति से, डबल गति से काम कर रही है।
प्रधानमंत्री ने कहा कि केन्द्र एवं राज्य की बीजेपी सरकार का पूरा जोर विकास के नवरत्नों पर है। पहला रत्न- केदारनाथ-बद्रीनाथ धाम में 1300 करोड़ रुपए से पुनर्निर्माण का कार्य, दूसरा रत्न- ढाई हजार करोड़ रुपए की लागत से गौरीकुण्ड-केदारनाथ और गोविंदघाट-हेमकुण्ट साहिब रोपवे का कार्य, तीसरा रत्न- कुमायूं के पौराणिक मंदिरों को भव्य बनाने के लिये मानसखण्ड मंदिर माला मिशन का काम, चौथा रत्न- पूरे राज्य में होम स्टे को बढ़ावा। पांचवा रत्न- 16 ईको टूरिज्म डेस्टिनेशन का विकास, छठा रत्न- उत्तराखंड में स्वास्थ्य सेवाओं का विस्तार। उधमसिंह नगर में एम्स का सेटलाइट सेंटर भी बनाया जा रहा है। सातवां रत्न- करीब 2 हजार करोड़ रुपए की लागत वाली टिहरी लेक डेवलपमेंट परियोजना। आठवां रत्न- ऋषिकेश-हरिद्वार का एडवेंचर टूरिज्म औऱ योग की राजधानी के रूप में विकास और नौवा रत्न- टनकपुर-बागेश्वर रेल लाइन। इस रेल लाइन पर भी जल्द काम शुरू हो जाएगा।
प्रधानमंत्री ने कहा कि आज राज्य सरकार के प्रयासों से उत्तराखण्ड तेजी से पर्यटन हब, एडवेंचर टूरिज्म हब, फिल्म शूटिंग डेस्टिनेशन, वेडिंग डेस्टिनेशन के रूप में भी उभर रहा है। आज उत्तराखंड के नए-नए स्थल, नए-नए टूरिस्ट हब, देश-विदेश के पर्यटकों को आकर्षित कर रहे हैं। इन सभी को वंदे भारत ट्रेन से बहुत मदद मिलेगी। अब तो देश के कोने-कोने में वंदे भारत ट्रेनें चलनी शुरू हो चुकी हैं। जब परिवार के साथ कहीं लंबी दूरी तय करनी हो तो, ट्रेन ही लोगों की पहली पसंद होती है। ऐसे में अब वंदे भारत, भारत के सामान्य परिवारों की पहली पसंद बनती जा रही है। इस वर्ष उत्तराखंड का रेल बजट 5 हज़ार करोड़ रुपए है। यही कारण है कि आज उत्तराखंड के नए-नए क्षेत्रों तक रेल का विस्तार हो रहा है। रेलवे ही नहीं, बल्कि आधुनिक हाईवे का भी उत्तराखंड में अभूतपूर्व विस्तार हो रहा है।

प्रधानमंत्री ने कहा कि उत्तराखंड जैसे पहाड़ी प्रदेश के लिए ये कनेक्टिविटी कितनी ज़रूरी है, ये हम समझते हैं। कनेक्टिविटी के अभाव में अतीत में कैसे गांव के गांव खाली हो गए, उस पीड़ा को हम समझते हैं। आने वाली पीढ़ी को उस पीड़ा से हम बचाना चाहते हैं। उत्तराखंड में ही टूरिज्म से, खेती-किसानी से, उद्योगों से रोज़गार के अवसर बने, इसलिए इतना परिश्रम आज हम कर रहे हैं। हमारी सीमाओं तक पहुंच आसान हो, राष्ट्ररक्षा में जुटे हमारे सैनिकों को असुविधा ना हो, इसमें भी ये आधुनिक कनेक्टिविटी बहुत काम आएगी। हमारी डबल इंजन की सरकार, उत्तराखंड के विकास के लिए प्रतिबद्ध है। उत्तराखंड का तेज विकास, भारत के तेज विकास में भी मदद करेगा। और देश अब रुकने वाला नहीं है, देश अब अपनी गति पकड़ चुका है।
मुख्यमंत्री श्री पुष्कर सिंह धामी ने देवभूमि उत्तराखण्ड को देहरादून-दिल्ली वंदे भारत एक्सप्रेस एवं  राज्य के समस्त रेल मार्गों को विद्युतीकरण की सौगात देने के लिए प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी एवं केन्द्रीय रेल मंत्री श्री अश्विनी वैष्णव का उत्तराखंड की जनता की ओर से आभार व्यक्त किया। उन्होंने कहा कि आज देवभूमि उत्तराखंड के लिए ऐतिहासिक दिन है, हम सभी को इसका साक्षी बनने का मौका मिल रहा है, यह हमारा सौभाग्य है। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री जी के उत्तराखंड के प्रति विशेष प्रेम का ही प्रतिफल है कि आज से महज साढ़े चार घन्टे में देहरादून से दिल्ली का सफर पूरा होगा। नये युग की रेल सेवा वंदे भारत एक्सप्रेस प्रधानमंत्री जी के प्रगतिशील और आत्मनिर्भर भारत के विजन का साक्षात उदाहरण है। आज प्रधानमंत्री जी के नेतृत्व में हम भारतीय रेल के स्वर्णिम युग की तरफ बढ़ रहे हैं। स्वदेश में निर्मित भारत की पहली सेमी हाई स्पीड ट्रेन वंदे भारत उभरते हुए भारत की बुलंद तस्वीर को प्रदर्शित करती है।
मुख्यमंत्री ने कहा कि आज विश्व के अधिकतर देश गंभीर आर्थिक संकट से जूझ रहे हैं, प्रधानमंत्री जी के कुशल नेतृत्व में हमारा देश लगातार विकास के पथ पर बढ़ रहा है और भारत पांचवी सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था वाला देश बन गया है। प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी जी के मार्गदर्शन में केंद्र सरकार के सहयोग से उत्तराखण्ड तेजी से विकास की ओर अग्रसर हो रहा है। प्रधानमंत्री जी के मार्गदर्शन और केंद्र सरकार के सहयोग से उत्तराखंड में बहुत से ऐसे काम हुए हैं, जो कि पहले मुमकिन नहीं लग रहे थे। पहाड़ में रेल चलने का सपना  उत्तराखंड का हर बच्चा देखा करता था। उत्तराखंड में पहाड़ तक ट्रेन पहुंचाने का सपना सच होने जा रहा है। ऋषिकेश-कर्णप्रयाग रेल लाइन पर तेजी से कार्य हो रहा है। सड़क, रेल, हेली सेवा और रोपवे सेवा के माध्यम से प्रधानमंत्री जी के विजन के अनुरूप उत्तराखंड के सुदूर क्षेत्रों को भी विकास की मुख्य धारा से जोड़ने का कार्य किया जा रहा है।